मुख्यपृष्ठछंद समय का बड़ा खेल है, समझ न पाए कोय.../ दोहा छंद Admin गुरुवार, अक्तूबर 07, 2021 0 टिप्पणियाँ दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~समय का बड़ा खेल है, समझ न पाए कोय।समझे जो भी जिन्दगी, सफल वही फिर होय।।~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ वैधविक
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