अशआर :
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बेपनाह इश्क़ करने वाले भी क्या लोग होते है,
बार बार खुद को खोते है, फिर भी नही रोते है।
मुकम्मल इश्क़ के खातिर क्या क्या नही खोते है,
सब ख़त्म होने पर, किसी न किसी आश में होते है।
इक जिंदगी को भी हजार बार, बार बार जीते है,
रोज उसके लिए मरते है, पर मरे भी नही होते है।
इश्क़ करने खातिर भविष्य का दाव भी खेलते है,
गवा देते है भविष्य भी, उसके फिर भी नही होते है।
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~ वैधविक
Amazing line's
जवाब देंहटाएंसादर आभार
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