दोहा युग्म (दोहा छंद) विश्व ओजोन दिवस : १६ सितंबर ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ विश्व में ओजोन परत… Read more »
दोहा युग्म (दोहा छंद) विश्व ओजोन दिवस : १६ सितंबर ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ विश्व में ओजोन परत… Read more »
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं.... कविता (दोहा छंद) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ हिन्दी भाषा से सभी, का हो… Read more »
अशआर : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बेवजह खुद को तलाशता हूं मैं, अपनी ही दुनिया में लापता हूं मैं। मंजिले तो… Read more »
गीतिका (लावणी छंद) जीवन की मैं व्यथा सुना दूं, इतना अब आसान नहीं। क्या है जीवन तुम्हे बता दूं, इतना मुझमें ज्ञान नही… Read more »
कविता (लावणी छंद) कुछ पल की खुशियों को पाकर, दीवाने तो होते सब। दीवाना बन कर आया हूं, होश नहीं था मुझको तब।। दिन को र… Read more »
मुक्तक (छंदमुक्त) : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ इश्क़ के दौर में सब मुकाम खो दिए। नज़र मिलाने पर सब काम खो दिए। उस… Read more »
अशआर : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ अब फिर इन सुनसान रास्तों पर मैं चलना चाहता हूं, फिर से वही इश्क़ के दौर से अब गु… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ खबरों को भी क्या पता, खबरों का अंदाज। सबको अपनी है खबर, सबके अपने राज।। ~~~~~~~~~~~… Read more »
मुक्तक (छंदमुक्त) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ उसकी नज़रों में खो जाना चाहता हूं शायद मैं बस उसका होना चाहता हूं। वो नज़रे छुप… Read more »
शीर्षक : दिल विधा : कविता (दोहा छंद) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ अक्सर दिल में ही सदा, फॅंस जाते है लोग। दिल दिलवर का ह… Read more »
कविता (छंदमुक्त) शीर्षक : बवाल ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बदल गया था दुनिया से रूबरू होकर, अगर अपने ही गुरूर में ह… Read more »
मामूली अशआर : ~~~~~~~~~ रुख़सत नही हुई उसकी यादें, उसकी तरह, शायद किरायेदार का किराया अभी बाकी है। हुस्न का … Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ दिन है शुभ दीपावली, दीप जलाओ चार। खुशमय अब जीवन करो,खुशियों का त्यौहार।१।… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ समुद्र-मंन्थन के समय,अमृत कुभ के साथ। कार्तिक माह त्रयोदशी, प्रकट हुए धन नाथ।। आ… Read more »
मुक्तक (विधाता छंद) निभाना था कभी कुछ जो,निभा पाए नहीं कुछ वो। मनाना था कभी कुछ जो, मना पाए नहीं कुछ वो।। दिलो से ख… Read more »
दोहा छंद : कौन कहां कब क्या कहे,रखते सब अनुमान। जीवन के इक मोड़ पर, करते सब अभिमान।। ~ वैधविक Read more »
दोहा छंद : क्षण भर की ही जिन्दगी, क्षण भर का संसार। क्षण भर में ईर्ष्या करें, क्षण भर में ही प्यार।। ~ वैधविक Read more »
कविता(चौपाई छंद) ~~~~~~~~~~~~~~~ पूजे सिया राम संसारा। सियाराम से रावन हारा।। नाक सुपनका ने कटवाई। ल… Read more »
जीवन पर वैधविक के पाँच दोहे : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जीवन के आनंद में, रहते हैं मशगूल। व्यर्थ करें जीवन सभी, स… Read more »
दोहा छंद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ निर्भय की उत्तेजना, सैनिक की पहचान। होते शहीद देश पर, पाते हैं सम्मान।१। दिलो … Read more »
वैसे तो आलोक और आरोही ने वादा किया था की जिंदगी भर साथ रहेंगे, पर फिर भी वो लोग आज साथ नही है, या यू कहे की साथ होते… Read more »
कविता (छंदमुक्त) शीर्षक : संकट ~~~~~~~~~~~~~~~~~ कोरोना काल का ये संकट, नित जन मन सब प्राण गवाएं। चारो … Read more »
दोहा छंद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ छंदों से ही गीतिका, छंदों से संसार। छंदों से कविता बने, छंदों से ही सार।। ~~~~~~~~~~~~~… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ कहते जीवन में सभी, जीवन है अनमोल। समझे जीवन में नहीं, क्या है उसका मोल।। ~~~~~~~~… Read more »
कुंडलिया छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मीरा पूजे कृष्ण को, की है भक्ति महान। चकित हुआ संसार है, भक्ति प्रेम को जा… Read more »
दोहा युग्म : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ कर कोशिश निरंतर फिर,पाने को तू मीत। अगर लिखेगा इश्क़ को, बन जाएंगे गीत।१। बन … Read more »
अशआर : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बेपनाह इश्क़ करने वाले भी क्या लोग होते है, बार बार खुद को खोते है, फिर भी नही रोत… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ समय का बड़ा खेल है, समझ न पाए कोय। समझे जो भी जिन्दगी, सफल वही फिर होय।। ~~~~~~… Read more »
अशआर (बहरमुक्त) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ भटकते राहों से गुजरने की, जरूरत ही क्या है, खुद को मुसाफिरों से म… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जीवन की बाते करें, सदा रहें जो साथ। कहीं ऐसा मित्र नही, है कलयुग में नाथ।। ~~~~~… Read more »
मुक्तक (विधाता छंद) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जियो जब तुम कहीं पर भी, दिलो को याद रखना तुम। दिलो के जख्म का भी त… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ करे पुस्तकों की महक, हमे सदा मदहोश । अज्ञानी संग मूर्ख को, करती है खामो… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ दौड़ भाग की जिन्दगी, समय नही है पास। कर्म धर्म करते नही ,केवल रखते आस।। ~~~~~~… Read more »
अशआर : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मैंने दिल लिखा, उसने अपना समझ लिया, मैने इश्क़ लिखा, उसने आ… Read more »
अशआर : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ इश्क़ लिखूँ या अल्फ़ाज़ लिखूँ, तू ही बता मैं क्या लिखूँ, तुझे लिखूँ या तेरा साथ … Read more »
कविता (दोहा छंद) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बाल घुंघराले रखें, आंखे नीली घोर। दिलकश मंज़र देख कर, न… Read more »
दोहा छंद : ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ जीवन को बिगाड़ कर,लेते हैं सब चैन। छोटी छोटी हार से, हो जाते बेचैन।। ~~~~~~~~~~~… Read more »
मुक्तक (विधाता छंद) मापनी : १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ Read more »
कुंडलिया छंद ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ बारिश जब भी हो यहां, पा लूं तेरा साथ। नहीं खबर मैं कौन हूं, चाहूं तेरा… Read more »
सभी वरिष्ठ एवम् बुजुर्गो को सादर नमन, सभी रीति रिवाजे , सभ्यता, समाज सिर्फ आप लोगो की वजह से ही अगली पीढ़ी तक पहुंच प… Read more »