स्थान मनोहर है वहीं, जब हों बुजुर्ग साथ.../ (अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस विशेष) दोहा छंद


सभी वरिष्ठ एवम् बुजुर्गो को सादर नमन, सभी रीति रिवाजे , सभ्यता, समाज सिर्फ आप लोगो की वजह से ही अगली पीढ़ी तक पहुंच पाते है। 



दोहा छंद
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स्थान मनोहर है वहीं, जब हों बुजुर्ग साथ।
पुत्र पौत्र भी खुश रहें, सर पर जब हो हाथ।।
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 ~ वैधविक



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